कृषि सखी योजना 2024: Krishi Sakhi बनने के लिए क्या करें? जानिए कृषि सखी से जुड़ी पूरी जानकारी

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कृषि सखी योजना

कृषि सखी योजना : भारत में कृषि क्षेत्र में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देने और उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने कृषि सखी योजना 2024 की शुरुआत की है। यह योजना न केवल ग्रामीण महिलाओं को कृषि में प्रशिक्षित और प्रमाणित करती है, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने के अवसर भी प्रदान करती है।

कृषि सखी योजना का परिचय

कृषि सखी योजना 2024 सरकार की महिला लखपति योजना का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य 3 करोड़ “लखपति दीदी” तैयार करना है, जो एक लाख रुपये से अधिक की वार्षिक आय प्राप्त करेंगी। इस योजना के तहत, महिलाओं को कृषि पैरा-विस्तार सहायक के रूप में प्रशिक्षित किया जाता है, जिससे वे अपनी आजीविका में सुधार कर सकें और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें।

कृषि सखी योजना के उद्देश्य और लक्ष्य

कृषि सखी योजना 2024 का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को कृषि में प्रशिक्षित करना और उन्हें पैरा-विस्तार कार्यकर्ता के रूप में प्रमाणित करना है। इस योजना का लक्ष्य महिलाओं को कृषि से संबंधित विभिन्न तकनीकों और विधियों में पारंगत करना है, ताकि वे अपने समुदाय में कृषि विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।

किन राज्यों में शुरू की गई है कृषि सखी योजना?

कृषि सखी योजना 2024 को पहले चरण में 12 राज्यों में शुरू किया गया है, जिनमें गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, ओडिशा, झारखंड, आंध्र प्रदेश और मेघालय शामिल हैं। इन राज्यों में योजना के सफल कार्यान्वयन के बाद, इसे पूरे देश में विस्तार दिया जाएगा।

प्रशिक्षण और प्रमाणन प्रक्रिया

कृषि सखियों को 56-दिवसीय व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित किया जाता है, जिसमें कृषि-पारिस्थितिक पद्धतियाँ, किसान फ़ील्ड स्कूल का आयोजन, बीज बैंक की स्थापना, मृदा स्वास्थ्य और नमी संरक्षण, एकीकृत कृषि प्रणाली, पशुधन प्रबंधन और जैव-इनपुट का उपयोग शामिल है। इस प्रशिक्षण के बाद, उन्हें योग्यता परीक्षा देनी होती है, जिसे उत्तीर्ण करने पर उन्हें पैरा-विस्तार कार्यकर्ता के रूप में प्रमाणित किया जाता है।

कृषि सखी योजना

रोजगार के अवसर

प्रशिक्षण और प्रमाणन प्राप्त करने के बाद, कृषि सखियाँ विभिन्न कृषि योजनाओं में भाग लेकर प्रति वर्ष 60,000 से 80,000 रुपये तक कमा सकती हैं। वे विभिन्न कृषि गतिविधियों जैसे मृदा नमूना लेना, मृदा स्वास्थ्य सलाह देना, किसान संगठन गठित करना, क्लस्टर फ्रंट लाइन डेमोन्स्ट्रेशन, डेटा संग्रह और अपलोड करना, गैर ऋणी किसानों को जुटाना और हानि मूल्यांकन जैसे कार्यों में शामिल हो सकती हैं।

MOVCDNER योजना के तहत भूमिका

मिशन ऑर्गेनिक वैल्यू चेन डेवलपमेंट फॉर नॉर्थ ईस्टर्न रीजन (MOVCDNER) योजना के तहत, कृषि सखियाँ स्थानीय संसाधन व्यक्ति (LRP) के रूप में काम करती हैं। वे किसानों को विभिन्न कृषि पद्धतियों के बारे में प्रशिक्षित करती हैं, उनकी चुनौतियों को समझती हैं और मार्केटिंग गतिविधियों में सहायता करती हैं। इस प्रकार, वे अपनी सेवाओं के लिए संसाधन शुल्क अर्जित करती हैं और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकती हैं।

कृषि सखी योजना के मुख्य बिंदु

  • लक्ष्य: 3 करोड़ “लखपति दीदी” तैयार करना।
  • प्रशिक्षण: 56-दिवसीय व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम।
  • राज्य: पहले चरण में 12 राज्यों में कार्यान्वित।
  • रोजगार: प्रति वर्ष 60,000 से 80,000 रुपये तक की आय।
  • प्रमाणन: योग्यता परीक्षा के बाद पैरा-विस्तार कार्यकर्ता के रूप में प्रमाणन।

कृषि सखी योजना की विस्तृत जानकारी

कृषि सखी योजना 2024 के तहत महिलाओं को विभिन्न कृषि तकनीकों में प्रशिक्षित किया जाता है, जैसे:

  • कृषि-पारिस्थितिक पद्धतियाँ: भूमि तैयार करने से लेकर फ़सल की कटाई तक की सभी प्रक्रियाएँ।
  • किसान फ़ील्ड स्कूल: कृषि सखियों को ऐसे स्कूल स्थापित करने और चलाने का प्रशिक्षण।
  • बीज बैंक: किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराने के लिए बीज बैंक की स्थापना।
  • मृदा स्वास्थ्य और नमी संरक्षण: मृदा स्वास्थ्य बनाए रखने और नमी को संरक्षित करने की तकनीकें।
  • एकीकृत कृषि प्रणाली: विभिन्न प्रकार की कृषि पद्धतियों का संयोजन।
  • पशुधन प्रबंधन: पशुधन की देखभाल एवं प्रबंधन।
  • जैव-इनपुट: जैविक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग और तैयारी।

कृषि सखी प्रशिक्षण के बाद रोजगार के अवसर

प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, कृषि सखियों को पैरा-विस्तार कार्यकर्ता के रूप में प्रमाणित किया जाता है। इसके बाद, वे विभिन्न कृषि योजनाओं में भाग लेकर अपनी सेवाओं के लिए निर्धारित शुल्क कमा सकती हैं। उनके कार्यों में शामिल हैं:

  • मृदा नमूना लेना: मृदा स्वास्थ्य सलाह देना।
  • क्लस्टर फ्रंट लाइन डेमोन्स्ट्रेशन: डेटा संग्रह और अपलोड करना।
  • गैर ऋणी किसानों को जुटाना: हानि मूल्यांकन।
  • बागवानी मिशन के बारे में जागरूकता: पौध वितरण और सूक्ष्म सिंचाई का अनुप्रयोग।

MOVCDNER योजना के तहत कृषि सखियों की भूमिका

MOVCDNER योजना के तहत, कृषि सखियाँ स्थानीय संसाधन व्यक्ति के रूप में काम करती हैं। वे किसानों को प्रशिक्षित करती हैं, उनकी समस्याओं को समझती हैं और मार्केटिंग गतिविधियों में सहायता करती हैं। इस प्रकार, वे प्रति वर्ष 60,000 से 80,000 रुपये तक की आय अर्जित करती हैं।

निष्कर्ष

कृषि सखी योजना 2024 ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना न केवल उन्हें कृषि में प्रशिक्षित और प्रमाणित करती है, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने के अवसर भी प्रदान करती है। इस योजना से न केवल ग्रामीण महिलाओं को लाभ होगा, बल्कि पूरे कृषि क्षेत्र को भी सशक्तिकरण मिलेगा, जिससे देश की समृद्धि और विकास में योगदान होगा।

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